लंबे समय तक RO पानी पीने के नुकसान और इसका सही समाधान। RO water side effects and their Solution in hindi
क्या R.O का पानी पीना चाहिए? यदि आप उनमें से एक है जो आर.ओ वॉटर प्यूरीफायर का उपयोग कर रहे हैं या नया खरीदने की सोच रहे हैं, और जिसने RO वॉटर के कुछ संभावित जोखिमों या दुष्प्रभावों के बारे में सुना है, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है।
बदलती जीवनशैली के कारण मनुष्य की आवश्यकताएं भी बदलती जा रही हैं। आजकल हर घर में टीवी, फ्रिज, AC, वाशिंग मशीन आदि का होना सामान्य है ताकि हमारा जीवन कुछ हद तक आसान हो सके। पिछले कुछ सालों में एक और चीज है जिसका होना अनिवार्य है, वो है R.O वाटर प्यूरीफायर। RO का मतलब होता है Reverse Osmosis, दूषित पानी को शुद्ध करने की तकनीक।
पहले के जमाने में प्राकृतिक पानी के स्रोतों के अधिक होने के कारण पीने का पानी साफ़ हुआ करता था लेकिन अब दिनों दिन बढ़ती जनसंख्या और प्रदूषण के कारण पानी गंदा और दूषित होता जा रहा है। ऐसे में, अत्यधिक दूषित पानी की वजह से RO प्यूरीफायर हर व्यक्ति की बड़ी आवश्यकता बन चुका है। लेकिन, हर चीज़ के अपने फायदे और नुकसान होते हैं, ऐसा ही कुछ RO तकनीक के साथ भी है।
मुख्यतः दो कारणों से आर.ओ द्वारा शुद्ध पानी स्वास्थ्य के लिए उत्तम नहीं होता:
- R.O शुद्धिकरण के दौरान पानी से सभी आवश्यक खनिज (मिनरल्स) निकल जाते है,
- RO सिस्टम पानी के पीएच स्तर को कम करता है।
RO वाटर पीने के संभावित नुकसान:
अधिक समय तक RO के पानी को पीने से कई नुकसान हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं:
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार, जब R.O प्यूरीफायर पानी को साफ़ करता है तो वो बुरे मिनरल्स के साथ ही अच्छे मिनरल्स को भी बाहर निकाल देता है। अच्छे मिनरल मतलब कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि तथा बुरे मिनरल लीड, आर्सेनिक, मरकरी आदि होते है। इस कारण इस पानी के लगातार उपयोग से आवश्यक मिनरल हमारे शरीर को नहीं मिल पाता और इसकी शरीर में कमी हो सकती है और अंततः ये हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- एक और शोध के अनुसार, अगर नियमित रूप से आर.ओ का पानी को पीया जाता है तो इसका बुरा प्रभाव हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। पाचन तंत्र के कमजोर होने से पेट संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर लम्बे समय तक RO के पानी को पीया जाता है तो उसे हृदय संबंधी समस्याएं, थकावट, सिरदर्द और दिमागी समस्याएं आदि हो सकती हैं।
- RO पानी में मौजूद क्षारीय खनिज हटने से यह पानी अधिक साफ़ हो जाता है लेकिन इसके बाद यह पानी एसिडिक हो जाता है जो शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। यही नहीं, पानी में मौजूद कार्बोनिक एसिड हमारे शरीर से कैल्शियम की मात्रा को कम करने का काम भी करते हैं।
- RO प्यूरीफायर पानी को साफ़ तो करता है लेकिन इस दौरान काफी मात्र में पानी बर्बाद भी हो जाते हैं।
जानते हैं कि RO वाटर और मिनरल वाटर में क्या अंतर होता है?
RO वाटर और मिनरल वाटर में बड़ा फर्क होता है। मिनरल वाटर का अर्थ है, वो पानी जिसमें सभी मिनरल्स मौजूद होते हैं। यह पानी आमतौर पर प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होता है, जैसे- चापाकल, कुआँ, झील का पानी आदि। जो पानी बाजार में बोतल बंद (अच्छे कंपनी वाले) मिलता है, उसमे भी मिनरलहोतेंहै।
जबकि, RO वाटर प्यूरीफायर में पानी साफ़ होने के क्रम में उसमें मौजूद सभी मिनरल्स (अच्छे और बुरे) निकल जाते है जैसे आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और सोडियम आदि। इससे जरुरी मिनरल की मात्रा बहुत कम हो जाती है। इसके द्वारा प्राप्त पानीकोमृत (Dead) पानी कह सकते है।
इस तथ्य से कोई इनकार नहीं करता है कि कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज हमारे शरीर के लिए आवश्यक हैं और आर.ओ मशीन पानी साफ़ करने के दौरान इन्हें दूर नहीं करता है। लेकिन यह भी सच है कि और कोई दूसरा पानी शुद्धिकरण विधि उतनी प्रभावी और व्यापक रूप से उपयोग नहीं की जाती जितना RO वाटर प्यूरीफिकेशन सिस्टम किया जाता है।
क्या आपको RO प्यूरीफायर मशीन का उपयोग बंद कर देना चाहिए?
RO सिस्टम के दोष जानने के बाद आपके दिमाग में भी यह विचार आ रहा होगा कि क्या हमें इसका पानी को पीना बंद कर देना चाहिए?लेकिन यह सही समाधान नहीं होगा, क्योंकि यदि आप आर.ओ प्यूरीफायर का उपयोग करना बंद कर देते हैं तो आपको पानी की अशुद्धियों से होने वाली कई जानलेवा बीमारियों का बहुत अधिक खतरा रहेगा। क्योंकि कोई अन्य पानी शुद्धिकरण तकनीक R.O शुद्धिकरण की तरह प्रभावी नहीं है।
आप इसका उपयोग बंद करने के बजाय पानी साफ़ होने के बाद इसमें जरुरी अच्छे मिनरल्स मिला के कर सकते है जिसकी जानकारी आगे गी गई है। रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) के पानी के फायदे भी होते हैं जैसे-
- R.O प्यूरीफायर का प्रयोग करने से पानी का भारीपन कम होता है। अगर भारी पानी पीयाजाए तो उसे पचाना मुश्किल होता है। सामान्य फ़िल्टर पानी से केवल मिट्टी, रंग आदि को ही फ़िल्टर करता है और पानी में मौजूद उन लवणों को दूर नहीं कर पाता जो पानी के भारीपन का कारण बनते हैं। ऐसे ही लवण का एक उदाहरण आर्सेनिक है जो हानिकारक होता है। इस तरह के अशुद्धि केवल RO प्यूरीफायर द्वारा ही दूर किये जाते है।
- RO के पानी में वह वायरस और बैक्टीरिया नहीं होते जो त्वचा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
- स्वाद के मामले में भी RO का पानी सामान्य पानी से बेहतर होता है। यह भी एक कारण है कि लोग RO का पानी पीना बेहतर समझते हैं।
तो अब जानते की, आप R.O वॉटर प्यूरीफायर से भी पर्याप्त मात्रा में आवश्यक मिनरल युक्त पानी कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
RO के पानी को कैसे उपयुक्त बनायें?
1. यदि आप पहले से ही आर.ओ वाटर प्यूरीफायर (बिना मिनरलाइजर कार्ट्रिज) का उपयोग कर रहे हैं तो आप पोस्ट फिल्टर के बाद अतिरिक्त मिनरलाइजर कार्ट्रिज को जोड़ सकते हैं। यह स्वयं किया जा सकता है या आप पेशेवर से यह करवा सकते हैं। इस तरह के मिनरल कार्ट्रिज कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम और पोटेशियम जैसे आवश्यक खनिजों को शुद्ध पानी में जोड़ता है और पानी के pH मान को बढ़ाता है।
2. आप विशेष पानी की बोतलें भी खरीद सकते हैं, जिन्हें 'एल्कलाइन वाटर बॉटल्स' कहा जाता है, जो न केवल पानी के पीएच मान को बढ़ाती हैं, बल्कि पानी में आवश्यक खनिज भी जोड़ती हैं।
3. यदि आप नया आरओ वाटर प्यूरीफायर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हमेशा मिनरलाइजर या टीडीएस कंट्रोलर / मोड्यूलेटर फीचर वाले आरओ प्यूरीफायर की तलाश करें।
4. पानी आवश्यक खनिजों का एकमात्र स्रोत नहीं है; कई खाद्य पदार्थों में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है। आप अपने शरीर में इन खनिजों के उचित संतुलन को बनाए रखने के लिए इन खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
RO मशीन का प्रयोग जेब पर थोड़ा भारी भी हो सकता है। जब RO प्यूरीफायर की मदद से पानी को शुद्ध किया जाता है तो इस प्रक्रिया में बहुत अधिक पानी का नुकसान होता है यानी पानी व्यर्थ होता है। लेकिन, कई मामलों में यह सेहत के लिए लाभदायक है। स्वाद के मामले में भी यह बेहतर है। ऐसा नहीं है कि Reverse Osmosis वाटर का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए लेकिन इसे अपनी आदत न बनाएं। नियमित रूप से इसका प्रयोग न करने से न तो यह आपकी जेब पर भारी होगा, न ही आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक। ऐसे में सोचे, समझे और अपने स्वास्थ्य स्थिति को जानने के बाद सही निर्णय लें।
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